5 best Romantic Pakistani dramas of all time hit in Hindi explain

best pakistani drama of all time
best pakistani drama of all time

अगर tv सीरीज देखने के शोकिन है तो प्यार दोस्ती जेसे रिश्तों की अहमियत दर्शाते इन पाकिस्तानी tv shows को आपको बिल्कुल मिस नहीं करना चाहिए

इन 5 पाकिस्तानी टीवी की बात करे तो इनकी रेटिंग और लोकप्रियता all  time हिट रही है जो नाकी आपको काफी एनर्टैन करेगी बल्कि इनकी स्टोरी आपको हमेसा याद रहती है ,तो जो पाकिस्तानी ड्रामा देखते है उनको पता है ये अपने डाइलॉग्स और language के लिए कितने मशहूर होते है और खास तोर पर तो लव स्टोरी काफी बडिया होता है , जिसने character development  अच्छे ह्यूमर के साथ होता है , जो बिल्कुल बनावटी नहीं लगता | साथ ही रोमेन्टीक scene की कोई कमी  नहीं  देखने को मिलती और एक अच्छा family ड्रामा देखने को भी मिलता है जो की इंडियन टीवी सीरीज मे काफी काम है  साथ ही हर ड्रामे का एक song जो इन्हे सुपर हिट की लिस्ट मे जोड़  देता है तो ये रहे कुछ अमेजिंग पाकिस्तानी रोमेन्टीक लव स्टोरी वाले बडिया ड्रामा जिनकी स्टोरी को short मे explain किया है

Table of Contents पर दी स्टोरी और ( info ) पर click करने से आपको खुद से पेज स्क्रॉल नहीं करना होगा और आपसे request है की आप कॉमेंट करके बताए की info. कैसी लगी ।

1 दास्तान (2010 ) पाकिस्तानी ड्रामे की कहानी हिंदी मे

dastan pakistani drama
dastan pakistani drama bano and Hassan

 पहले नंबर पर दास्तान जो एक एमोटिनल  लव स्टोरी के साथ 1947 के टाइम इंडिया पाकिस्तान के बटवारे के बीच  बानो और हसन  की जुदा हुई मोहोबत्त की कहानी है

क्या है? कहानी

ड्रामा 1947 के टाइम लुधियाना (present हिंदुस्तान ) मे सेट है। जहा बनो एक मुस्लिम फेमली की लड़की है । जिसे अपने पड़ोसी रिस्तेदार हसन से प्यार होता है हसन एक समझदार लड़का है और अपनी मा का एकलोता बेटा है जो लाहौर मे engineering की पड़ाई के साथ आजादी की लड़ाई मे मुस्लिम लीग का मेम्बर भी है । जो अपनी मोसी की शादी के लिए अपने घर लुधियाना आता है जहा उसकी मुलाकात बानो से होती है जिसके घर उसकी मोसी (सूरय्या ) की शादी है दोनों पड़ोसी होने के साथ बचपन से एक दूसरे को जानते है लेकिन दोनों हम उम्र भी है और अब सलीम और सूरय्या की शादी से रिस्तेदार बन जाते है शादी मे हसन बानो से मिलने के बाद से ही उसे पसंद करने लगता है और दोनों का बार – बार एक दूसरे को छेड़ना प्यार मे बदल जाता है

और हसन के वापस लाहौर चले जाने पर दोनों का प्यार एक दूसरे के इंतज़ार मे और गहरा हो जाता है । ये बात सूरय्या से जादा किसे पता होती है भला जो दोनों दोनों को मिलाने का सबब होती है और हसन के ग्रेजुएट होने के बाद ही दोनों की मंगनी हो जाती है । और फिर कुछ समय बीतने के बाद रावल पिंडी मे हसन की नोकरी भी लग जाती है और यही से शायद दोनों मोहब्बत तो नहीं लेकिन दो लोग जरूर जुदा हो जाते है जहा हसन तो बानो से वादा करके लुधियाना से चला जाता है लेकिन पीछे छूट जाती है बानो और इसके बाद हिंदुस्तान और पाकिस्तान का बटवारा हो जाता है फिर क्या लुधियाना जो हिंदुस्तान के हिस्से मे था यहा बानो और हसन का पूरा परिवार खतम हो जाता है और बानो की पूरी ज़िंदगी बर्बाद हो जाती है जिसने अपनी आखों से अपनों का खून होते देखा । उसे कई साल बसंत नाम का आदमी अपनी कैद मे रखता है ज़िंदगी के इतने साल मुस्किल मे बस उसे एक ही उम्मीद जिंदा रखी होती है की मरने से पहले उसे अपने देश मे एक बार कदम रखना है और मोहब्बत हसन से मिलना है और इधर जब इतना सब हो जाने के बाद हसन को अपने परिवार की खबर मिलती है। तो वो पूरी तरह से बिखर जाता है, बानो और अपनी फेमली को ढूँढता है लेकिन इससे कुछ हासिल नहीं होता ।

और अब कई साल बीत जाने के बाद उसे एक खत मिलता है जिसमे उसे बानो की खबर मिलती है और हसन की ज़िंदगी अब दूसरे रास्ते पर थी । लेकिन हसन जिसने बानो से वादा किया था अपनी मोहब्बत को सामने देख कर सारे रिस्ते छोड़ कर बानो को अपना ता है । लेकिन क्या बानो के लिए सब आसान हो या नहीं ?इसके लिए आपको इस सीरीज को देखना पड़ता है ।

ड्रामा डीटैल ( info )

  • Title – Dastaan (2010) TV series
  • rating – 8.7/10 IMDB, 93% liked this TV show
  • cast name -Sanam Baloch as ( bano ) ,Fawad Khanas ( hassan), Saba Qamar as ( suraiyyah ) , Ahsan Khan as (saleem) ,Mehreen Raheel as ( rabia) , Samina Peerzada as (saliha) , Saba Hameed as (rasheeda )
  • writerSamira Fazal
  • Director Haissam Hussain
  • Genresperiod romantic drama
  • SoundtrackThe Dastaan theme “Aasmanon Se

2 humsafar pakistani serial (2011 )

hamsafar pakistani drama
hamsafar pakistani drama

क्या है? कहानी

इस ड्रामे को सभी ने देख रखा इसलिए जिन्होंने इससे नहीं देखा उनके लिए short मे स्टोरी बताती हू

कहानी  असर और Khirad , love की स्टोरी है जो इनकी marriage से सुरू होती है । Khirad असर की बुआ की बेटी है जो अपनी मा के साथ पाकिस्तान छोटे से शहर हैदराबाद मे रहने वाली एक गरीब घर की स्वाभिमानी लड़की है। जिसके पिता एक स्कूल techer थे, जिनकी डेथ के बाद वो अकेले हो जाते है, लेकिन अब Khirad मा को कैंसर होता है ,इसी लिए Khirad की मा इस पर उनकी मदद के लिए उसके मामा Baseerat  को बुलाती है जो हेसियात मे उनसे काफी अमीर है , और Baseerat उन्हे  अपने घर ले आते है । उन्हे इस बात का बोहोत दुख होता है।  की वो अपनी बहन के लिए कुछ नहीं कर पाए , इसलिए Khirad की मा मरने से पहले अपने भाई से शिरफ Khirad की शादी करने की मदद मगती है । ताकि वो सुकून से अपनी बेटी छोड़कर जा सके और

इसपर Baseerat  अपने बेटे असर की शादी Khirad से करने का वादा कर देते है । जो Khirad और असर के अलावा असर की मा और असर की freand  सारा को बिल्कुल मंज़ूर नहीं होता है । लेकिन दोनों की शादी हो जाती है । और फिर Khirad की मा के गुजर जाने पर वो पूरी तरह से अकेली हो जाती है। और फिर धीरे-धीरे ही सही असर अपने रिश्ते को पूरी तरह से अपनाता है और उसे Khirad के सादे पन और मासूमियत से प्यार होने लगता है । जो उसके बेगराउण्ड से काफी अलग थी असर Khirad को भी इस बात का एहसास दिलाता है उसे दोनों के प्यार के बीच कोई फर्क करना नहीं । चाहिए दोनों  का रिश्ता प्यार की वजह से काफी मजबूत होता है । लेकिन एक गलत फहनी दोनों को अलग कर देती है । और Khirad असर को छोड़कर वापस हैदराबाद चली जाती है और असर को लगता है की उसका Khizar के साथ अफेर है ।

लेकिन फिर भी दोनों एक दूसरे से इतना प्यार करते है । की इनकी मोहब्बत नफरत  के तोर पर ही सही जिंदा होती है और एक दिन Khirad असर के पास अपनी बेटी के इलाज के लिए उससे मदद लेने के लिए अपने स्वाभिमा के एक तरफ रख। फिर से असर से  चार साल बाद मिलने आती है । जिसपर असर हेरान होता है की उसकी एक बेटी भी है । और इस पर ज़िंदगी फिर से एक- दूसरे के सामने  साथ लाकर खड़ा कर देती है । तो अब क्या असर Khirad को अपनाता है या नहीं । यही सब इस सीरीज मे दिखाया है इसी ड्रामे से ही माहिर खान और फ़वाद खान को काफी पसंद किया गया था और इस ड्रामे का song woh hamsafer tha दोनों की कहानी को दर्शाता है । काफी फेमस है

ड्रामा डीटैल ( info )

TitleHumsafar (2011 ) TV series

rating – 8.9/10 IMDB, 93% liked this TV show

cast name – Mahira Khan as ( Khirad Ashar Hussain ), Fawad Khanas ( Ashar Hussain ), Naveen Waqar AS Sara Ajmal,  Atiqa Odho AS Farida Hussain, Behroze Sabzwari AS Baseerat Hussain, Noor Hassan Rizvi AS Khizar

writerFarhat Ishtiaq

DirectorSarmad Khoosat

GenresRomance Family drama

SoundtrackWoh Humsafar Tha

3 zindagi gulzar hai ( 2013 )pakistani serial

zindagi gulzar hai pakistani drama
kasaf and zaroon

क्या है? कहानी

पाकिस्तानी ड्रामा ज़िंदगी गुलजार है मे हमे Kashaf Murtaza और Zaroon Junaid, की कहानी को दिखाया गया है जो society के differant  बेगराउण्ड से है, और दोनों की सोच एक दूसरे से अपने हालातों की वजह से भी काफी अलग है।  Kashaf एक मिडिल क्लास फेमली की एक hadworking और स्मार्ट लड़की है ,जो अपनी मदर और दो सिस्टर के साथ अपने फादर से अलग रेहती है  Kashaf की मदर एक स्कूल प्रिंसिपल है, जिनको उसके पिता ने बेटा ना होने की वजह से छोड़कर दूसरी शादी कर ली थी और  Kashaf  , मूर्तजा की बड़ी बेटी है जिन्होंने कभी उनकी परवाह नहीं की और यही वजह है बाप बेटी का कमजोर रिश्ता  Kashaf को एक मजबूत लड़की के किरदार मे ढाल देता है । लेकिन उसके जीवन परइसका काफी गेहरा असर भी पड़ता है 

दूसरी तरफ  Zaroon जो एक आमिर घर का लड़का है अपनी ज़िंदगी खुल  कर जीने वालों मे से है उसे अपने पिता से तो सारी attenstion मिली वही लेकिन अपनी मदर की आजाद और वर्किंग वुमन वाली  सोच उसे पसंद नहीं होती जो उसकी सिस्टर भी फॉलो करती है। जिसकी वजह से सारा की फर्स्ट marrige  पर असर होता है 

 अब एक दिन  Kashaf को एक बड़ी University से scholarship मिलती है । जहा उसकी मुलाकात जारूँ से होती है । जो Kashaf से बिल्कुल ही अलग सोच का लड़का है वो एक अमीर बाप का बेटा होने के साथ ही एक flirt करने वाला अपने कॉलेज का एक मशहूर लड़का है । जिसे kasaf  पसंद नहीं करती करती है । kasaf अपने कॉलेज की एक toper स्टूडेंट है  जो अपने क्लास के अमीर  लोगों मे शामिल नहीं होती , जिससे की वो अपने techers और Zaroon की attention का हिस्सा बनती जाती है , zaroon का उसका क्लास मे टॉपर होना खलता है , क्युकी वही एक एसी लड़की है जो उसे देखती तक नहीं है और फिर Zaroon उसे अपनी अटेन्शन देने लगता है , ताकि वो उसका गुरूर तोड़ सके एक दिन Zaroon लयब्रेरी मे  अपने दोस्त अस्मारा और ओसामा के सामने  Kashaf को dinner पर ले जाने की शर्त लगता है और उसके मिडिल क्लास लड़कियों की शोच से तुलना करने की बात करता है   जो  Kashaf सुन लेती है और इस बात का उसे बोहोत बुरा लगता है वो जाकर Zaroon और उसके दोस्तों के साथ झगड़ा करती है । लेकिन  यहा ओसामा  Kashaf का सपोर्ट करता है और ये दोनों एक दूसरे से नफरत करने लगते है ।

और फिर वक्त बीतता है ।और कॉलेज भी खतम होता है जिसके बाद कसाफ़ की छोटी बहन को कॉलेज मे अड्मिशन मिलता है और दूसरी बहन सिदरा की शादी एक अच्छे घर मे जुड़ती है जिसके लिए  Kashaf एक साल के लिए अपने  CSS  के exam की जगह जॉब करती है और वही Zaroon कॉलेज के बाद ही सिविल सर्विस का exam देता है  ।  और उसमे पास होता है । इधर next साल  Kashaf भी css का exam पास करके एक goverment ऑफिसर बनती है जिससे की वो अपनी  माँ का सर सबके सामने  उचा कर देती है,   और उसकी ज़िंदगी बेहतर होने लगती है ।

और अब Zaroon अस्मारा के behaviour से परेसन होकर उससे अपनी मंगनी तोड़ लेता है । जो उनकी कॉलेज के टाइम मे  होती है। और लेकिन ओसामा जारूँ से इसकी वजह पूछता है जिसपर वो उसे बातात है उसे औरतों  का जादा खुली सोच का होना जिससे की वो अपनी फेमली को इग्नोर करना स्टार्ट कर दे उसे पसंद नहीं है , जिस पर वो  Kashaf का example देता है उसकी जेसी लड़की ही उसके लिए एक idal वाइफ हो सकती है ।

और कुछ साल बाद  काम के सिलसिले से  Kashaf की मुलाकात  zaroon होती है । लेकिन अब  Kashaf को लेकर Zaroon की सोच काफी बदल जाती है और वो उससे अच्छे से मिलता है लेकिन  Kashaf सोच मे  जारूँ की छवि अभी भी एक  flirt  आदमी की होती है। लेकिन फिर भी वो उससे एक colleague के तो पर अच्छे से मिलती है , लेकिन  Kashaf की पुरानी आदत जो अब Zaroon को अच्छी लगने लगती है और और वो इस बार उसकी पूरी admission लेने की कोसिस करता है और एक दिन वो सिर अब्रायर को  Kashaf से उसकी शादी की बात करने का कहता है उसे लगता है  Kashaf जो  सिर अब्रायर इतनी इजत करती है कभी उसके ऑफर को रिजेक्ट नहीं करेगी लेकिन इसका उल्टा होता है

उनके सामने  Kashaf से शादी के लिए इनकार कर देती है जिसपर वो दोनों की एक मीटिंग फिक्स करते है जिसपर Zaroon  Kashaf को उसे प्रपोस करने की वजह बताता है  और उसी वक्त  Kashaf के हाथ पर गिरने वाली गरम चाय को Zaroon अपने हाथों पर ले लेता है । यही एक पल Kashaf को Zaroon अपनी ज़िंदगी मे किसी ऐसे आदमी की तरह लगता है जो उसके लिए एक ढाल बनकर खड़ा हो । Kashaf मे अपनी ज़िंदगी मे एक बिना किसी सहारे के अपनी मुसकीलों का सामना करते आई है उसे कई Zaroon की ये एक हरकत उसे उसकी तरफ खिच लेती है और ये देखर  Kashaf जो उसे कभी शादी के लिए हा नहीं करती मान जाती है और आगे की कहानी मे Zaroon और  Kashaf की लव लाइफ और marrid लाइफ की स्टोरी दिखाई है

ड्रामा डीटैल ( info )

  • Title – zindagi gulzar hai (2013 ) TV series
  • rating – 8.9/10 IMDB, 95% liked this TV show
  • cast name – Sanam Saeed AS Kashaf Murtaza, Fawad Khan AS Zaroon Junaid, Ayesha Omar AS Sara Junaid Mehreen Raheel AS Asmara Tariq, Sheheryar Munawar AS Osama, Mansha Pasha AS Sidra Murtaza
  • writerUMERA AHMAD
  • DirectorSultana Siddiqui
  • GenresRomance, Social problem
  • Soundtrack1. The Zindagi Gulzar Hai title song Ali Zafar
  • 2 . Zindagi Khaak Na ThiHadiqa Kiani

4 Bin Roye (2016 )

bin roye pakistan drama
bin roye pakistan drama saba and iltaza

कहानी एक पाकिस्तानी नॉवेल Bin Roye Ansoo से adopted जिसके author Farhat Ishtiaq ( फरहत इशतीयक ) है ये सीरीज अपनी स्टोरी और सॉन्ग की वजह से बोहोत फेमस है

क्या है? कहानी

सबा जो एक खुस मिजाज़ और सबसे घुलने मिलने वाली लड़की है जो अपने cousin इल्तजा को अपना बेस्ट feraind मानती है और उससे पागलों की तरह चाहती है जो उसकी हर जिद को पूरा करता है और उसे हमेस खुस रखता है दोनों बचपन से ही एक happy family मे साथ बडे हुए

लेकिन अब इल्तजा decides करता है की वो अपनी higher studies अमेरिका मे जाकर करेगा जिससे सबा इल्तजा से नाराज होती है और इल्तजा उससे वादा करता है की दो साल बाद वो वापस पाकिस्तान आजाएगा इस बात को मान कर वो हर दिन इलताज के वापस आने का ही सोचती है

और इधर अमेरिका मे इल्तजा अपनी studies मे लगा होता है यहा वो समन  से काफी close हो जाता है (समन सबा के मामा की बेटी है जो अमेरिका मे रहते है ) और समन के लिए इल्तजा की feelings develop होने लगती है

लेकिन पड़ाई पूरी होने पर वो पाकिस्तान वापस आता है जिससे सबा तो बोहोत खुस होती है और अब वो इल्तजा के साथ एक छोटी sister की बजाए एक mature लड़की की तरह व्यवहार करने लगती है ताकि वो उसे ज्यादा attention दे

लेकिन खबर आती है की अमेरिका मे समन के पेरेंट्स की कार एक्सीडेंट मे डेथ हो जाती है जिसके बाद इल्तजा उसे पाकिस्तान अपनी फेमली के पे पास ले आता है जहा सभी उसे संभालने  के लिए अपने पन का एहसास दिलाते है । खास तोर पर सबा और इल्तजा उसे काफी खुस रखते है। और सबा उससे काफी क्लोज़ फ्रेंड की तरह मानने लगती है, लेकिन उसे पता चलता है की समन उसकी सगी बेहन है जिसे बचपन मे उसके  मामा ने गोद लिया था जिसके बाद सबा उससे अपनी बेहन मान कर काफी खुसी से अपनाती है लेकिन उसे जल्दी एहसास होता है की इल्तजा और समन  एक दूसरे को पसंद करने लगे है और फिर वो उससे जलने लगती है।

और ये बात तो उसका दिल  तोड़ देती है , की इल्तजा समन को शादी के लिए  proposes करता है लेकिन वो अपनी बहन से भी प्यार करती थी और उसका दिल  नहीं दुखाना चाहती थी। इसलिए खुद को संभालते हुए दोनों की शादी मे खुसी का दिखावा करते शादी मे शामिल होती है लेकिन आखिर मे उसका दिल ये accept नहीं कर पता और वो अपने मन ही मन मे समन के मर जाने की दुआ करती है और दोनों की शादी हो जाने के बाद वो इल्तजा से दूरी बड़ा लेती है जिसपर इल्तजा को इस बात का पता नहीं होता की सबा उससे प्यार करती है । जो वो सबा लिए शादी का रिश्ता देखे लगती है।

लेकिन कुछ साल बाद सबा की शादी पर समन को भी इस बात का एहसास होता है की सबा इल्तजा से प्यार करती थी लेकिन उसकी वजह से वो इल्तजा से दूर हो गई । और इसी दोरान समन की डेथ एक रोड एक्सीडेंट मे सबा के सामने होती है जिसका इतना गहरा सदमा सबा को लगता है की वो खुद को समन की डेथ की वजह मानने लगती है , और कुछ टाइम बाद सबा और इल्तजा के बेटे के लिए घर वाले दोनों की शादी कर देते है

लेकिन सबा इल्तजा को अपने हसबेड के तो पर एक्सेप्ट नहीं कर पाती और बड़ी मुस्किल से  इल्तजा के सामने अपने समन की डेथ और इल्तजा के प्यार के गिल्ट को confesses कर देती है । लेकिन इल्तजा उसे संभालता है और उसे एहसास दिलाता है की इसमे  उसकी कोई गलती नहीं है और उसका इल्तजा के लिए प्यार करना कोई गलती नहीं है और फिर दोनों अपनी शादी को एक बार फिर chance. देते है

ड्रामा डीटैल ( info )

  • Title – Bin Roye (2011 ) TV series
  • rating – 8.2 /10 IMDB, 93 % liked this TV show
  • cast name – Humayun Saeed as (Irtaza Muzaffar), mahira khan as( saba shafiq), armeena rana khan as (saman Shafiq)
  • writer – Farhat Ishtiaq
  • Director – Haissam Hussain, Shahzad Kashmiri and Shahzad Kashmiri
  • Genres – Romance family drama
  • Soundtrack – 1 “Tery Bin Jeena”, 2 “Bin Roye”, 3 Chan Chariya”, 4 O Yara” famous songs

5 behadd (2013) Pakistani film

behadd pakistani drama
behadd pakistani drama

क्या है? कहानी

ये एक फ़िल्म है लेकिन अगर आप एक अच्छी स्टोरी  देखना चहाते है। और अगर फवाद  खान के  फैन है । तो ये आपके  लिए काफी बडिया फ़िल्म होगी है । कहानी एक singal मदर मासुमा  की है । जिसके हसबेन्ड  Hassan की डेथ के बाद  वो अपनी बेटी  Maha  के लिए काफी जादा ही ओवर protective मदर हो जाती है । लेकिन फिर उसकी ज़िंदगी मे Jamal आता है । जो उसकी बचपन की दोस्त का छोटा भाई है। और जिसे वो बचपन से जानती भी थी । उससे मिलने पर मासुमा की ज़िंदगी मे एक दोस्त की कमी पूरी हो जाती है जो उसे समझता था , और उसकी  बेटी  Maha भी Jamal के साथ काफी खुस रहने लगती है । जिसपर मासुमा के दोस्त भी खुस होते है । और फिर कुछ टाइम बीतने पर  Jamal  मासुमा को शादी के लिए  propose करता है । और बताता है की वो उसकी कितनी respect करता है मासुमा इस बात से हेरान होती है और उसे अपने से 5 साल छोटा होने का बहाना देती है । लेकिन Jamal जिसे इन बातों से फर्क नहीं पड़ता वो उसे इस बात के लिए सोचने का कहता है

मासुमा को Jamal का साथ तो पसंद था । लेकिन वो इसके लिए अपनी बेटी Maha की मर्जी के खिलाफ कोई नया रिश्ता नहीं बना चाहती थी Maha जो अपने डेड की डेथ के बाद बोहोत मुस्किल से ही Jamal जमाल के साथ खुस थी लेकिन Maha उसे अपनी फेमली मे एक्सेप्ट नहीं कर ना चहाती थी ,  ये बात उसने किसी को नहीं कही जिसके बाद मासुमा Jamal का propose कबूल कर लेती है । ही साथ काफी खुस रहने लगती है, लेकिन एक दिन मासुमा जब ऑफिस से घर आती है, तो Maha उसे बताती है Jamal ने उसे harass किया है । जिसपर तो मासुमा  बोहोत shocked. हो जाती है, और एक पल मे Jamal को अपने घर और ज़िंदगी से बाहर कर देती । लेकिन इससे मा बेटी के बीच मे काफी दूरी आजाती है और मासुमा Maha को अमेरिका अपनी बहन के पास बेजने की बात करती है लेकिन Maha अपनी मा के  लिए काफी  बुरा फ़ील करती है और एक दिन जमाल के घर जाकर अपनी गलती के लिए माफी मगती है , जो उसने की थी जमाल पर झूठा इल्जाम लगाकर । लेकिन जमाल उसे समझता है उसकी असल गलती क्या थी उसे समझता है और उसे अपनी मा से माफी माँगनी चाहिए जो ये सब जानती थी । लेकिन इसमे वो खुद को ही एक बुरी मा समझने लगती है इससे मसुना की लाइफ पर क्या फर्क पड़ता है उसे समझता है । और वो इस बात को समझ जाती है की Maha को भी उसकी मा के बारे मे सोचना चाहिए । इसके बाद मासूम जमाल के घर जाकर दोनों से मिलती है और फिर सब ठीक होता है ।     

ड्रामा डीटैल ( info )

  • TitleBehadd (2013 ) film
  • rating – /10 IMDB, % liked this TV show
  • cast name – Fawad Khan as Jamal “Jo” Ahmed, Nadia Jamil as Masooma “Mo” , Sajal Aly as Maha,   Nadia Afgan as Shafaq
  • Screenplay – Umera Ahmed
  • Director – Asim Raza
  • Genres – Drama
  • Soundtrack -1 Haulay Haulay Se”, 2 Chal Diye”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

2023 korean dramas on netflix 5 best Pakistani love story drama all-time hits